चालान बकाया बिजली बिल और ऋण वापसी के पचरे तो इस डेट को फ्री में निपटाए सारे मामले
चालान बकाया बिजली बिल और ऋण वापसी के पचरे तो इस डेट को फ्री में निपटाए सारे मामले: दोस्तों! यदि आप लाखों रूपये के चालान बकाये बकाये बिजली के बिल और पानी के बिल से परेशान हैं! तो आप के लिए Good News है! आप के पास इस समस्या से निपटने के लिए आप के पास एक शानदार मौका है! राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार (NALSA) के निर्देश पर सम्पूर्ण देश में! 9 September राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन होने जा रहा है!
यह आयोजन राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर सभी जिलों के सिविल परिसर में होगा! Delhi-NCR, UP, Bihar, Rajasthan, Haryana, Punjab & MP सहित सभी स्टेट और union territories की तैयारी अभी से ही शुरू हो गयी है! आप इस दिन Criminal, Civil, Revenue Dispute, Vehicle Accident Claim, Dori Act or Matrimonial Dispute, Labor Dispute, Bank Recovery के साथ साथ वाहनों के चालान के मामलों का भी निबटारा करवा सकते हैं! साथ ही Electricity Bill, Phone Bill, Claim, Bank से जुड़े मामले और अन्य सभी प्रकार के सुलह योग्य मामलों का भी निपटारा 9 September को फ्री में करवा सकते हैं!
इस के अलावा राष्ट्रीय और राज्य विधिक सेवा प्राधिकारी ने सभी State के जिला प्रशासन को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन करने के लिए कहा गया है! 9 September को 10:30 से 3:00 बजे दिन यह आयोजन सम्पूर्ण देश में किया जाएगा! अलग अलग राज्यों में टाइमिंग थोड़ा इधर उधर हो सकती है! आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकारी के ओर से Civil Court परिसर में किया जायेगा! इस में भाग लेने के लिए आप को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकारी की Official Website https://nalsa.gov.in/ की वेबसाइट पर जा कर के टोकन लेना जरूरी है! इस के बाद आप इसी वेबसाइट पर जा कर के रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं!
Lok Adalat organized on 9th September
National Lok Adalat में सभी प्रकार के मामलों और समझौते के आधार पर निपटारा किया जाता है! विधिक सेवा प्राधिकारी से मिली जानकारी के हिसाब से 9 September को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक सेवा अदालत की रूप रेखा तैयार कर ली गयी है! जिस के लिए सम्बंधित विभागों, पक्षकारों को नोटिस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है!
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Why Lok Adalat is a better option
दोस्तों बता दें अधिवक्ता राहुल कुमार जी के द्वारा बताया गया सुलह वाले मामले को निपटाने के लिए लोक अदालत बहुत ही अच्छा जरिया है! न्यायिक पदाधिकारी दोनों पक्षों के साथ बात-चीत कर के विवाद को तुरंत निपटा दिया जाता है! इस में न तो वकील की आवश्यकता पड़ती है!और न ही वादी प्रतिवादी को फीस भरनी पड़ती है! न्यायधीश लोक अदालत में सेवा भाव से कार्य करते हैं ! विवादों का समझौता कर के समाप्त करने से दोनों पक्षों और अदालत में मुकदमों का भार कम रहता है! लोक अदालत के फैसले से न तो किसी की जीत होती है! और नही किसी की हार